जोना भोले नाथ का नहीं हमारी जात का
जर्नलिस्ट अक्षय जायसवाल झिरन्या
यही जय घोष के साथ झिरन्या तहसील के मुख्य मार्गो से होते हुए ग्राम बड़ी, किराड़े फालिया में होने वाले क्रिसमस के कार्यक्रम को लेकर जनजातीय समाज ने क्षेत्र में जनजातीय संस्कृति, परंपरा, भाषा, वेश भूसा के विपरीत गैर सांस्कृतिक एवं अन्धविश्वास को पोषित करने वाले आयोजन का जनजातीय समाज ने किया विरोध मुख्य मार्गो से होते हुए तहसीलदार महोदय को सौंपा ज्ञापन जनजाति सुरक्षा मंच के धुलसिंग डावर ने बताया कि जनजाति समाज में निरन्तर चल रहे धर्मांतरण पर प्रतिबंध हो इस हेतु आज समग्र जनजाति समाज एकजुट हुआ हैं समाज को विभिन्न प्रकार की लोभ लालच देकर के निरंतर मतांतरित किया जा रहा है उपरोक्त विषयान्तर्गत तहसीलदार तथा थाना प्रभारी जी से भी निवेदन किया की ग्राम बड़ी के किराड़े फालिया में 19 व 20 दिसंबर को होने जा रहे मेरी क्रिसमस उत्सव, जिसके आयोजक रमेश किराड़े, सेविका रेशमा डावर के द्वारा सोशल मीडिया पर इस कार्यक्रम की सुचना फैलाई गई है | इस कार्यक्रम में बाहर के पादरी पोस्टल सरदार सोलंकी, पास्टर रोहित मौसी, पास्टर बबलू वास्कले, पास्टर राधू चौहान, पास्टर परसुराम डावर, पास्टर विस्वास चौहान, पास्टर अनिल सोलंकी, पास्टर प्रकाश सोलंकी, पास्टर जयमल मोरे के नेतृत्व में इस सभा का आयोजन किया जा रहा है जिसमे जनजातीय वेश भूसा परिवेश को ठेस पहुचाने का व जनजातीय संस्कृति को नुकसान पहुचाने का कार्यक्रम हो रहा है| जनजातीय मान्यताओ एवं देवी देवताओ के विरुद्ध भ्रम फ़ैलाने की योजना है| भोले भाले जनजातीय समाज को चंगाई सभा के द्वारा अंधविश्वास की और धकेले जाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके विरोध में पुरे जनजातीय समाज में रोष है | इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से सभी प्रकार के षड्यंत्र बिमारो की झाडफूंक, चंगाई, धर्मं विशेष के देवी देवताओ की पूजा आराधना से हमारी मूल जनजातीय परम्पराओ एवं जीवन शैली को समाप्त किया जा रहा है बाबा देव पूजा, इंदल पूजा, नवाई पूजा जैसे उत्सवो को मनाने से विमुख किया जाता है, और अंततः जनजातीय समाज को तोड़ने एवं धर्मान्तरित करने की योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं, वही समग्र जनजातीय समाज ने इन सभी बातों का विरोध किया वही जनपद अध्यक्ष संगीता नार्वे ने कहा कि उपरोक्त कार्यक्रम की अनुमति यदि शासन-प्रशासन से प्रदाय की गई है तो कार्यक्रम के दुष्परिणामो के लिए शासन उत्तरदाई होगा | और यदि अनुमति नहीं ली गई है तो तुरंत संज्ञान लेकर इस कार्यक्रम को रद्द करने की कार्यवाही की जाये जनजातीय बहुल क्षेत्र में कोई भी परिवार इस सम्प्रदाय को मानने वाले निवासरत नहीं होने के कारण इस प्रकार के आयोजन एवं चर्च की आवश्यकता नहीं है | सौंपे गए ज्ञापन में निम्न नामो पर जोर दिया गया आयोजक रमेश किराड़े , केंदरसिंग , कलसिंग , प्रदीप आदि जिनके नाम संलग्न पत्रक में उल्लेखित किए संगठन की मांग है कि उनके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की NSA, UAPA, गेंगस्टर एक्ट, वेजिंग वार आदि धाराओ के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध करते हुए विधिक कार्यवाही की मांग समाज करता है |
एवं उपरोक्त सभी उल्लेखित नामो के दस्तावेज की जांच कर अपनी पहचान छुपाने एवं जनजातीय समाज के नाम पर आरक्षण लेने का सम्पूर्ण जनजातीय समाज विरोध करता है, इनका आरक्षण समाप्त किया जाये | इस कार्यक्रम के कारण समाज में विद्वेष या संघर्ष की स्थिति उत्पन्न होती है तो प्रशासन इसके लिए उत्तरदाई होगा |
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए तुरंत प्रशासन एक्शन में आया तथा तहसीलदार ने ज्ञापन अनुविभागीय दण्डाधिकारी अनुभाग-भीकनगांव को प्रेषित किया गया अनुविभागीय अधिकारी ने पाया कि उपरोक्त विषयान्तर्गत सन्दर्भित आवेदन पत्र से ग्राम-बड़ी, तहसील झिरन्या, में क्रिसमस एवं प्रार्थना महोत्सव का वार्षिक कार्यक्रम आयोजन सामाजिक बैठक गांव के विचार एवं सामाजिक बैठक से गांव के विचार पंचायत की सहमति से दिनांक 19/12/2024 को समय शाम 07 बजे से 12 तक एवं दिनांक 20/12/2024 को सुबह 10 बजे शाम 05 बजे तक फिर शाम 07 बजे से 12.00 बजे तक स्थान बड़ी, (किराड़े फाल्या,) में कार्यक्रम आयोजन की अनुमति चाही गई है।
जोकि उक्त चाही गई अनुमति के संबंध मे थाना प्रभारी पुलिस थाना चैनपुर से अभिमत प्राप्त किया गया। प्राप्त अभिमत में उल्लेख किया गया है कि ग्राम-बड़ी में दिनांक 19, 20/12/2024 को किसमस एवं प्रार्थना महोत्सव कार्यक्रम ग्राम-बड़ी में परम्परागत नही होता है। जिसके संबंध में ग्राम बड़ी एवं आसपास के ग्रामो के आदिवासी समाज के लोगों के द्वारा उक्त कार्यक्रम को लेकर ज्ञापन देने के कारण उक्त कार्यक्रम की अनुमति दिया जाना उचित नही है। साथ ही श्रीमती संगीता नावें, जनपद पंचायत अध्यक्ष झिरन्या, एवं सकल जनजातीय समाज झिरन्या, द्वारा भी उक्त अनुमति के संबंध मे आपत्ति आवेदन प्रस्तुत किया गया है। अतः थाना प्रभारी पुलिस थाना चैनपुर से प्राप्त अभिमत से सहमत होते हुए एवं उक्त अनुमति को लेकर आपत्ति होने से अनुमति दिया जाना संभव नही है। जनजाति समाज का विरोध देखते हुए कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी गई ।
वही जनजाति समाज के जनप्रति निधियों को भी आगाह किया कि वह किसी भी प्रकार का राजनीतिक तथा आर्थिक सहयोग इन विरोधी ताकतों को करते हे तो जनजाति समाज उनका भी विरोध करेगा सवालों को दौरान वर्ष 2023 में हुए बाजार खोदरा में हुए ईसाई मिशनरियों के कार्यक्रम में शामिल हुए जनजाति नेताओं को भी सिख देते हुए कहा कि वह वोट बैंक की राजनीति में जनजाति संस्कृति को नुकसान पूछते हैं तो उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।